दोस्तों,
अगर आप चाहते है कि दुसरे आप को पसंद करे, अगर आप सच्चे दोस्त
बनाना चाहते है,
अगर आप अपनी मदद करने के साथ साथ दुसरो की
मदद करना चाहते तो आपको दूसरो
में रूचि लेनी होगी, उनकी पसंद ना पसंद के बारे में
जानना होगा | में अपने व्यक्तिगत
अनुभव से जनता हूँ कि अगर हम किसी व्यक्ति में सचमुच
दिलचस्पी लेते है, तो वह चाहे
कितना भी प्रसिद्ध व्यक्ति क्यों न हो वह हमारी तरफ ध्यान देगा हमें अपना
सहयोग और
साथ देगा | शेक्सपीयर ने कहा था, “कोई भी चीज बुरी या अच्छी नहीं होती, हमारा
नजरिया
ही उसे अच्छी या बुरी बनता है|”
एक बार एक मनोवैज्ञानिक ने एक छात्रों के समूह से तीस सेकंड में उन लोगों के नामों की लिस्ट
बनाने को कहा जिन्हें वे नापसंद करते हैं.कुछ छात्रों की लिस्ट में सिर्फ एक ही नाम था और कुछ
की लिस्ट में एक से अधिक नाम थे इस तरह सबसे अधिक चौदह नाम थे.इस छोटे से रिसर्च से
एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात सामने आई कि जिन लोगों ने सबसे ज्यादा लोगों को नापसंद किया था
वे सवयं सबसे अधिक लोगों द्वारा नापसंद किये गए थे सीधे शब्दों में जिन लोगों की लिस्ट में
ज्यादा नाम थे उनके नाम ज्यादा लोगों की लिस्ट में शामिल थे.
मित्रों, असल में होता ये है कि जब हम दूसरों को लगातार नापसंद करते रहते हैं तब एक समय के
बाद हम अपने आप से प्रश्न पूछते हैं- कि हम कहाँ गलत है. फलस्वरुप हम उन लोगों से घृणा
करने लगते हैं, इसलिए नहीं कि वे हमारी घृणा या चिढ के पात्र हैं बल्कि इसलिए क्यूंकि हमें मन
ही मन लगता है कि हमारे अंदर किसी ख़ास गुण की कमी है और फिर भी हम खुले आम दावा
करते हैं कि वो गुण दुसरे में नहीं है. मतलब कि अपनी कमी हम दुसरे पर थोप देते हैं.
मित्रों दुसरे लोग आईना हैं.अर्थात हमें उनमे जो दिखता है वो हमारा ही प्रतिबिम्ब है. अगर आप
आईने के सामने मुंह फेरकर खड़े होंगे तो आपको अपना प्रतिबिम्ब भी मुंह फेरे हुए ही खड़ा दिखाई
देगा.
इसलिए मित्रों, बाकी लोगों के साथ आपके कैसे सम्बन्ध हैं या होंगे ये चुनाव आपका है .
इसलिए अपने आपको दूसरों के द्वारा समझने की कोशिश करें , किसी पर आरोप न लगायें ,
किसी के बारे में कोई धारणा न बनायें , दुसरे व्यक्ति की घृणा या कटु शब्दों से अपने आप को
पीड़ित न समझें . लोगों को समझें, माफ़ करना सीखें और उन्हें प्रेम करें, आपकी लोकप्रियता
आसमान चूमेगी.
संक्षेप में :- लोगो के Favorite बनने के तरीके
दुसरे लोगो में सचमुच दिल से रूचि ले |
हमेशा मुस्कराकर लोगो से बाते करे |
याद रखें किसी व्यक्ति का नाम उसके लिए सबसे
महत्वपूर्ण और मधुरतम शब्द होता है |
अच्छे श्रोता बनें | दुसरो को खुद के बारे में बाते
करने के लिए प्रोत्साहित करें |
सामने वाले व्यक्ति की रूचि के विषय में बाते करें |
सामने वाले व्यक्ति को महत्वपूर्ण अनुभव कराएँ और
ईमानदारी से कराएँ |
No comments:
Post a Comment